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ऐतिहासिक कार्यों के साक्षी बने।

ऐतिहासिक कार्यों के साक्षी बने। अमृत वर्षा का आनंद प्राप्त करें। 
 भारतीय संस्कृति को अक्षुण बनाए रखने वाली, जन-जन को एक सूत्र में बाधे रखने वाले सनातन धर्म  में नैतिक शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित किए जाने वाले "मंदिर" का निर्माण अपने आप में एक बहुत ही महत्व पूर्ण घटना होती है। पर इसके साथ ही यदि  वैदिक संस्कार "यज्ञोपवीत-संस्कार" "संत समागम" ओर जनमानस को झकझोरने वाले कथा-सूत्रों में सजी "श्रीमद-भागवद कथा" का आयोजन भी हो तो स्वार्गिक अनुभूत का अवसर अनायास ही मिल जाता है। 
ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार के केन्द्रो की आवश्यकता की पूर्ति के लिए, मानस माधुरी पूज्यनिया दीदी माँ श्री हेमलता जी द्वरा यह संकल्प किया जाकर क्रियान्वयन हेतु उठाया यह कदम सारे हिन्दू समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
 तन-मन-धन से इस पुनीत कार्य में सहयोगी बनेगे इस आशा के साथ सभी आमंत्रित हें।  
आइये हम सब मिलकर पावन कार्य में सहयोगी बने। 
डॉ मधु सुदन व्यास ॰







डॉ मधु सूदन व्यास ॰ 
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