सुशील कुमार जी ठक्कर- उनकी अंतिम इच्छा।

देनिक नई दुनिया इंदौर
दिनांक 28/01/2013 
 "औदीच्य गोरव" "औदीच्य रत्न" "औदीच्य बंधु" ओर औदीच्य ब्राह्मण समाज के अग्रणी युग पुरुष की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई हे।



उनके द्वारा " मेरी अंतिम इच्छा" के रूप में  जो की 03/05/2018 में अपनी पुत्री के हाथ से लिखवाई थी ओर अंतिम पक्ति स्वयं अपने कापते हाथो से लिख कर हस्ताक्षरित की थी में समाज में फेले हुई कुरीतियों के प्रति उनकी कथन ओर करनी के भावो को प्रघट करती हे। यह हमको प्रेरणा भी देती हे की हम सब उच्च आदर्शो को अपने जीवन का भाग बना लें। उनकी म्रत्यु  के पश्चात उनका अंतिम संस्कार ओर क्रियाए किस प्रकार से की जाए इसकी जानकारी दी हे। 
इसकी आखिरी पक्ति [9] जो स्वयं ने लिखी हे में विशेष रूप से मुंडन न करने का निर्देश दिया गया हे।

इसकी प्रति प्रस्तुत हें।  देखें 






अपने जीवन का अधिकांश भाग को केवल समाज के लिए समर्पित करने वाले इस द्रड प्रतिज्ञ मानव आज देवत्व के साथ जुड़कर पुन: हम सबको प्रेरक आदर्श बन कर हम सब में हमेशा विराजित रहेगा।



उनके विषय में हम जीवन के बहुमूल्य क्षणो का वर्णन लेखनी के माध्यम से इस वेव पत्र पर एवं औदीच्य बंधु पत्रिका के विशेषांक में स्थान  देकर सारे समाज को उनके व्यक्तित्व एवं क्रातित्व का सार्थक परिचय देने के लिए आप सब को भी आमंत्रित करते हें। क्र्पया लेखनी उठाएँ ओर अपनी श्र्द्धांजली देकर सारे समाज को उनके क्रातित्व ओर व्यक्तित्व का परिचय देवे। 

आपके द्वरा  इनके व्यक्तित्व पर लिखे गए लेखों एवं चित्रो की प्रतीक्षा रहेगी। 
उपरोक्त समस्त लेख/ फोटो/ आदि डाक या कोरियर द्वरा निम्न पते पर प्रेषित  करने का कष्ट करें। इन प्रसंगो का प्रकाशन "औदीच्य बंधु" पत्र एवं वेव साइट पर किया जा सकेगा। 


  • डॉ मधु सूदन व्यास एम आई जी 4/1 प्रगति नगर उज्जैन म॰प्र॰।  0734-2519707 E mail- <audichyamp@gmail.com> 
  • धर्मेन्द्र रावल 28/चोरसिया सेक्टर सुदामा नगर इंदौर 0731-2795251 ,E mail-<audichyabandhu@gmail.com>
  • उद्धव जोशी  एफ 5/20 एल आई जी ऋषि नगर उज्जैन  म॰प्र॰।
  • इस  ई मेल से भी भेजे जा सकते हें <audichyamp@gmail.com> 
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 दुखद समाचार सुशील कुमार जी ठक्कर का देहावसान ।
26/01/2013
बड़े दुख के साथ सभी समाज जनो को सूचित करने में आता हे की श्री सुशील कुमार जी ठक्कर समाज के अग्रणी सेवक जनके अथक परिश्रम नें  "औदिच्य बंधु" पत्रिका को आज नवीन उचाइयों पर पहुचा कर समाज को एक जुट करेने में समर्थ हुए।  आज संन्ध्या  7 वजे स्वर्गवासी हो गए हें। कल दिनांक 27/01/2013 को प्रात" 11 वजे उनके इंदौर  निवास पलसीकर कालोनी  से अंतिम यात्रा निकलेगी। ॐ शांति।
अश्रुपूरित श्रद्धांजली ।