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- Purpose of festivals - in the present references. त्यौहार एवं व्रत का उद्देश्य- वर्तमान परिपेक्ष में|
विवाह निश्चित करने के लिए, जन्म पत्रिका मिलाने से अधिक जरुरी, कुछ और है-
- उज्जैन में सहस्र औदीच्य समाज की "वरिष्ठजन समिति" एक प्रेरणा|
- महासभा अध्यक्ष माननीय श्री रघुजी की मान प्रतिष्ठा को अपूर्णीय क्षति? -प्रबोध पंड्या उज्जैन|
- अ. भा. औदीच्य महासभा की साधारण सभा के घटनाक्रम का सही एवं तथ्यात्मक विवरणप्रस्तुत कर्ता - रमेश पण्ड्या, उज्जैन|
- दोराहे पर खड़ा है औदीच्य समाज!- क्या सपने टूट जायेंगे?
- वर्चस्व की लड़ाई में नेतृत्व का कर्तव्य ।
- अखिल भारतीय सहस्त्राब्दी समारोह - सिद्धपुर मई 1978 की रिपोर्टिंग -औदीच्य ब्राह्मण समाचार पत्र गुना के सोजन्य से।
- नवरात्रि व्रत का महत्व और वास्तविकता।
- पारिवारिक समस्याएँ और निवारण।
- परमात्मा,प्रकृति और पर्यावरण
- दहेज में कार या हाथी बांधा द्वार ?
- गुरु पुर्णिमा पर्व- हिन्दु संस्कृति का एक अमूल्य उपहार!
- भागीरथ के गंगावतरण- कथानक से वर्तमान उत्तराखंड विनाश तक।
- परिचय सम्मेलन परिवार के लिए 'कल्प वृक्ष' ।
- परिचय सम्मेलन- स:शुल्क बनाम नि:शुल्क।
- देवभूमि उत्तराखण्ड पर मानवीय त्रासदी का ताण्डव
- संयुक्त परिवार अर्थात आम के आम ' गुठलियों के दाम? अपनों से अपनी बात, विशेष लेख, सामयिक लेख
- आओ कुछ करें - शुष्क जीवन के केनवास पर दाम्पत्य जीवन पर-
- "सृजन से विसर्जन तक" लेखक श्री अनिल माधव दवे [सोलह संस्कारों का वर्णन] -पुस्तक समीक्षा डॉ
- ब्राम्हणों की दुर्दशा का कारण- अंत्येष्टि संस्कार पर वैदिक संस्कारों कि अवमानना ।
- बस आप तो आप ही हैं ।: ''बस आप तो आप ही हैं'' जैसे विशेषण से सराबोर शब्द कानों में शाब्दिक मिठास उडेल देते हैं। जब कोई आपकी प्रशंसा
- औदीच्य बंधू" वेव - आप ओर हम क्या करें?: "औदिच्य बंधू" वेव प्रिय साथियों , जय गोविन्द माधव। वर्तमान परिस्थिति को देखेते हुए यह कहना की आगामी समय वेव युग होग..
- सिंहस्थ 2016 लक्ष्य - महामालव औदीच्य ब्रह्म समाज ग...: सिंहस्थ 2016 लक्ष्य- महामालव औदीच्य ब्रह्म समाज गार्डन एवं धर्मशाला उज्जैन के लिए सहयोग निमंत्रण।
- सामूहिक विवाह सम्मेलन वर्तमान की आवश्यकता -- क्या समाज के संरक्षक स्वयं आगे आएंगे।
- औदीच्य बंधु: निशुल्क परिचय सम्मेलनस्थान- 16 दिसम्बर 2012: स्थान-महेश्वरी समाज धर्मशाला
- औदीच्य - अपने संस्कृति प्रकाश दीप को ज्योतिर्मान रखे।लेबल: अवसर विशेष प्रकाश दुबे अध्यक्ष अखिल भारतीय औदिच्या महासभा मध्य प्रदेश इकाई
- आओ अब भी समझें समाज के लाभ के कामो मेँ साथ दें ।लेबल: सम्पादकीय, सामयिक लेख
- उपनयन संस्कार का महत्व ।लेबल: सम्पादकीय
- सभी अपना अहम् छोड़ें अन्यथा इतिहास उन्हें माफ़ नहीं करेगा।लेबल: सम्पादकीय
- शोक पत्र -पढो, समझो, करो ।लेबल: अपनों से अपनी बात
- औदीच्य बन्धु को अपनाईये ।: अपनों से मिलना हमें चिरंजीवी सुख देता है । हम यात्रा में हो या रास्ते
- सामाजिक संगठन का कार्य ही निष्काम कर्मयोग है।:
- अखिल भारतीय औदीच्य महासभा का राष्ट्रीय स्वरूप: अखिल भारतीय औदीच्य महासभा का राष्ट्रीय
- पत्र- अध्यक्ष/महामंत्री अखिल भारतीय औदीच्य महासभा.
- समस्याओ के परिप्रेक्ष में--:08/05/2012
- पाठक एवं पोस्ट सम्बन्धी आंकड़े / जा...: दिनांक 26/05/2012
- स्वस्थ विषयक सेवा ,हेल्थ फार आल -: स्वाथ विषयक सेवा ,हेल्थ फार आल-,Health For All dr vyas
- सम्पादकीय अपनों से अपनी बात -11/02/2012
- मेरी पूर्वांचल यात्रा - डायरी के पन्नो से -डॉ मधु सूदन व्यास
शक्ति पीठ चामुंडा, बेजनाथ, ओर ज्वाला मुखी की यात्रा ।
- यात्रा रोहतांग दर्रा - वर्तमान में युवा पर्यटको का रोमांच स्थल वैदिक ऋषियों की तपस्यास्थली ।
- नैना देवी दर्शन के बाद मणिकरण ने हमारा मन मोह लिया।
- चंडीगढ़ -- यात्रा का अगला पड़ाव।
- पिंजौर गार्डन पंचकूला हरियाणा ।
- कुरुक्षेत्र यात्रा जहां श्री कृष्ण जी ने गीता का ज्ञान दिया ।
- कनाडा यात्रा -1 डॉ, ओ.पी. व्यास: १६/५/२०११ . गुना निवासी डॉ ओ पी व्यास औदीच्य ब्राह्मण समाज के एक प्रमुख व्यक्ति हें। वर्तमान में गुना औदीच्य संगठन के अध्यक्ष भी हें ।
- कनाडा यात्रा -2 - ओ.पी. व्यास-.सी एन टॉवर .टोरोंटो...: विश्व के सात आश्चर्यों मेँ एक - सी॰ एन॰ टावर टोरेंटों कनाडा। इस वीडियो के साथ आप भी इसका आनंद ले सकते हें। कनाडा यात्रा -1 डॉ
- मुंबई - यात्रा की सामान्य एवं सक्षिप्त जानकारी |:
- यात्रा-सभी पाठको से आव्हान: आपकी यात्राओं की सामान्य एवं सक्षिप्त जानकारी का लेख भेजें |:
बड़े काम की छोटी बांतें
- नित्य अग्निहोत्र: यज्ञ ,दान,तप,कर्म और स्वाध्याय । यही वेदोक्त सत्य धर्म है। आत्मविकास के इस साम्राज्य के व्दार आपके लिए खुले हैं ।
- : अग्निहोत्र चिकित्सा: रोगाणु तो हर जगह है। हर सांस के साथ अरबों खरबों जीवाणु हमारी देह में पहुंच रहे हैं। जब तक हमारी
- सदा स्मरण रखने योग्य बातें ।लेबल: बड़े काम की छोटी बातें
- व्यावहारिक जीवन में धारण करने योग्य संकल्प लेबल: अपनों से अपनी बात, बड़े काम की छोटी बातें
- बड़े काम की छोटी बातें: छोटे शब्दों में बड़ा सन्देश ।
- सुभाषित (संस्कृत साहित्य से ): चित्र मय सन्देश ।
- स्वगत- बड़े काम की छोटी बातें: कम शब्द पर अधिक सन्देश
- स्वगत-फ़रवरी २०१२: स्वगत कम शब्द पर अधिक सन्देश।
- चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य:
- औदीच्य बंधु: ધર્મ: - कम शब्द पर अधिक सन्देश।
- औदीच्य बंधु: बड़े काम की छोटी बातें:
- औदीच्य बंधु: बड़े काम की छोटी बातें: यदावगच्छेदायत्वया--- --- संस्कृत श्लोक एवं अर्थ
- Features of an auspicious bride- विवाह के रंग-जीवन के संग
- प्रत्येक व्यक्ति में हें चार प्रकार के रहस्य- डॉ मधु सूदन व्यास
- चिर यौवन का रहस्य।
- जन्म पत्रिका बनाम वैवाहिक संबंध
- नव दम्पत्तियों के चूर चूर होते सपने।
- शुभ विवाह कुर्यात सदा मंगलम- लेखकः हेमंतकुमार गजानन पाध्या।
- बचपन की पारिवारिक रिश्तों से बढती दूरियां ।
- वरदान - शाप ओर उनकी वैज्ञानिकता?:(नव रात्र पर्व विशेष) पौराणिक गाथाओं में वरदान के बारे में .
- अश्लीलता की प्रदर्शन वर्तमान योंन अपराधो की जननी ह...: कैप्शन जोड़ें पिछले लगभग चार दशक में आई अश्लीलता की बाड ही हमको पतित बना रही हे। इस मंद पर दीर्घ जीवी इस
- रूद्र महालय खंड काव्य-औदीच्य ब्राम्हणों की उत्पति... सिद्धपुर गुजरात का रूद्र महालय के निर्माण और विध्वंस की गाथा जो औदीच्य ब्राम्हणों की
- कल,आज और कल के परिवार ।: अमेरिका के रायल बैंक आफ कानडा के मंथली लेटर व्हाल्यूम 58/10 में एक लेख आया है '' पहले अपने पारिवारिक जीवन को सुरक्षित करें[26/12/2012]
- सिध्दपुर ग्राम के मुखिया- श्री गोविन्दराय जी-भालचंद भाई ऐस. ठाकुर मंत्रीश्री गोविंद माधव मंदिर कमेटी सिध्दपुर का यह आलेख गुजराती भाषा मे हमको प्राप्त हुआ था। हिन्दी मेँ अनुवादित होकर प्रस्तुत हे ।
- तन को चाहे नर रूप बनालो, मन में तो नारी रमी हुई है।लेबल: लेख / रचनाये
- कुदरत का किरश्मा है शिशु लेबल: लेख / रचनाये
- मूल से सूद ज्यादा प्यारा !लेबल: लेख / रचनाये
- औदीच्य बंधु: सशक्त युवा संगठन: युवा संगठन का निर्माण युवा तो वायु रूप में बहती समीर,थमने
- औदीच्य बंधु: श्री सिध्दपुर (गुजरात)की सिध्द यात्रा विवरण: श्री सिध्दपुर (गुजरात)की यात्रा विवरण
- मनभेद और मतभेद: विचार में रत्ती भर भी अन्तर आया की मतभेद का चक्रवात चक्कर काटने
- सहस्त्र औदीच्य ब्राम्हण समाज संगठन क्यों हों ?
- बहू को हूबहू रहने दो ।:
- उपवास की महत्ता -
- औदीच्य बन्धु को अपने घर का सदस्य बनाईये ।
- लेखन कला - केसे लिखें नई रचनाएँ।:
- सामाजिक अपराध की समीक्षात्मक विवेचना: श्री विश्वनाथ यजुर्वेदी पूर्व अध्यक्ष म.प्र आद्योगिक न्यायालय एवं चेयरमेन म.प्र. आद्योगिक न्यायाधिकरण इंदौर.
- म्रत्यु भोज-अनावश्यक परम्परागत रुडियां
- प्राणायाम-एक स्वस्थ रहने की कला:
- कनाडा यात्रा (वृतांत) डॉ. ओ.पी. व्यास ..
- संस्कारवान संतान केसे पाए?:
- क्रान्तिकारी भगवान परशुराम: प्रकाश पांडेय
- उपनिषद-हिन्दू सभ्यता की धरोहर|:
- वेदों में स्त्री:
- औदीच्य बंधु: प्रोड एवं विद्वानों से आग्रह - नव जवानो को केसे दिशा दें|
- विभिन्न शक्तियां! नव रात्रि पर्व पर विशेष -{डॉ.ओ.पी व्यास कृत शब्दालोक से)
- सृष्टि की रचना का दिन-सरोज शर्मा:
- पर्व-होली-उच्च नीच छुआ छात का भेद भाव भुला कर अर्थात "सामूहिक श्रमदान से सफाई में जुटना"
- मालवा में होली ; तहजीब और समजदारी को तेवार:
- आरक्षण का विरोध कितना सच्चा कितना झूठा?:
- सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में विलक्षण महिमा है ज्योतिर्लग श्रीमहाकालेश्वर
- तिलक का महत्व.: Himanshu Yajurvedi
- उज्जयिनी का महाकालेश्वर मन्दिर: प्रबोध पंड्या
- औदीच्य बन्धु को अपने घर का सदस्य बनाईये ।:
- "औदिच्य समाज "/ "ब्रम्ह दिशा": समाज की अन्य पत्रिकाएं ।
- औदीच्य बंधु: औदिच्य बंधू: पत्र का सम्बत 12983 में प्रकशित प्रथम अंक ।
- मुंबई - यात्रा की सामान्य एवं सक्षिप्त जानकारी |:
- यात्रा-सभी पाठको से आव्हान: आपकी यात्राओं की सामान्य एवं सक्षिप्त जानकारी का लेख भेजें |:
- ५१ शक्तिपीठों का विवरण-जानकारियाँ देव स्थल|
- प्राणायाम-एक स्वस्थ रहने की कला: घी का दीपक जला कर वातावरण शुद्ध और सुगन्धित बनाने में-
- मंगल दोष प्रभावहीन हो यदि --: Jitendra Trivedi
- औदीच्य बंधु: मंगल दोष: Jitendra Trivedi मंगल दोष : कारण और निवारण क्या करें?
- माँग मेँ सिन्दूर और इसकी वैज्ञानिकता: स्त्रियाँ क्योँ लगाती हैँ माँग मेँ सिन्दूर ।
- जमाई सा - दसवां ग्रह।उद्धव जोशी
घनी याद आवे बचपन ने बचपन को जमानो।लेबल: कविता राजेश भण्डारी
- समय कटता नहीं ?: समय को काटो मत, बाटो समय कटता नहीं ? --
- भर्त्रहरी वैराग्य शतक का काव्य एवं भावानुवाद पर ...: डॉ . ओ . पी. व्यास
- मै और मेरे पिताजी: Hema Vyas
- बेटी-कविता उघ्दव जोशी:
- "कनाडा यात्रा "A travel to CANADA Dr O P Vyas:
- माँ मै गुडिया बनके आऊ:
- कविता कविता क्यारी, बीज विचार,कविता को है भावों...
- आओ बेन आपण राखी मनावा-राजेश भंडारी:
- मालवी होली के ठहाके:
- ब्राम्हण की वर्तमान स्तिथी- एक कविता डॉ ओ.पी.व्यास..
इतिहास के पन्ने
- औदीच्य ब्राह्मणो की प्राचीनता और श्रेष्ठता - श्री पं. अमृत वसंत पंडया (पुरातत्व विद)
- 1924 में प्रकाशित प्रथम औदीच्य समाज की हिन्दी पत्र...:
- औदीच्य समाज के विविध पत्र एवं पत्रिकाएं ।: औदीच्य समाज उत्तर भारत, पंजाब, दिल्ली, करांची लाहौर, से लेकर राजस्थान मालवा, निमाड, मध्यप्रदेश, बिहार आद...
- अ.भा.औदीच्य महासभा के अधिवेशन । Our History/हमारा इतिहास- वर्ष सन1904 से अब तक-
- औदीच्य ब्राहमण संन्दर्भ - इण्डिया आफिस लायब्रेरी लन्दन से प्रकाशित सूची ग्रन्थो में।
- औदिच्य ब्राह्मण - इतिहास: औदीच्य-स्वाभिमान:
- रूद्र महालय खंड काव्य-औदीच्य ब्राम्हणों की उत्पति... सिद्धपुर गुजरात का रूद्र महालय के निर्माण और विध्वंस की गाथा जो
- अखिल भारतीय औदीच्य महासभा : समाज के गोरव:
- औदीच्य ब्राह्मण विकिपीडिया पर देखें
विडिओ / संगीत
समाज के गोरव गीतकार कवि स्व. श्री रामचन्द्र प्रदीप-विडिओ सहित लेबल: औदीच्य समाज के गोरव
- औदिच्य गीत: गीतकार - श्री मोहन रावल संगीत और स्वर श्री शैलेन्द्र भट्ट और ..
- मालवा को गुणगान ...मालवा गीत: मालवा गीत राजेश भंडारी बाबु
अनुकर्णीय व्यक्तित्व/क्रतित्व
- सस्रोदिच्य ब्राह्मण परिवार में जन्मी स्वर्ण/ रजत कांस्य पदक प्राप्त शिक्षिका एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी- श्रीमती इंदिरा भंडारी-महिला दिवस विशेष 08 मार्च 2015
- दृष्टि हीनों के मसीहा- श्री संदीप त्रिवेदी के जज्बे को प्रणाम!
- सुशील कुमार जी ठक्कर- उनकी अंतिम इच्छा।: "औदीच्य गोरव" "औदीच्य रत्न" "औदीच्य बंधु" ओर औदीच्य ब्राह्मण समाज के अग्रणी युग पुरुष की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई हे
- औदीच्य-स्वाभिमान:
- स्वर्गीय श्री पं.ओम व्यास 'ओम्': "औदिच्य रत्न"जिन पर हम सबको नाज हे |
- "श्री उद्दव जी जोशी" का अनुकर्णीय कृतित्व|:
औदीच्य समाज के विविध पत्र एवं पत्रिकाएं ।
- औदीच्य वाणी [वृहद निमाड औदीच्य ब्रह्म समाज का मुख पत्र हिन्दी त्र्यमासिक पत्र।
- औदीच्य समाज के विविध पत्र एवं पत्रिकाएं ।
विविध जानकारी
- "सृजन से विसर्जन तक" लेखक श्री अनिल माधव दवे [सोलह संस्कारों का वर्णन] -पुस्तक समीक्षा डॉ
- समाज के समाचार समाज के सभी नए/पुराने समाचार सूचनाये
- हिन्दी में लिखे सॉफ्ट वेयर: जिन्हें कंप्यूटर पर सीधे देवनागरी में लिखने की विधि नहीं पता और वे सीधे देवनागरी आदि किसी अन्य भारतीय ..
- म्रत्यु काल में करने वाली क्रियायें ।