छाये नन्हें नन्हें राधा-क़ृष्‍ण-उज्जैन जिला औदीच्य महिला संगठन का फाग उत्सव।

  छा गए नन्हें नन्हें राधा-क़ृष्‍ण- उज़्जैन  जिला औदीच्य महिला संगठन के फाग उत्सव में। 
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अखिल भारतीय औदीच्‍य ब्राहमण समाज महिला संगठन उज्‍जैन व्‍दारा दिनांक 7 अप्रेल 2013 को फाग उत्सव का आयोजन महामालव औदीच्‍य धर्मशाला क्षीर सागर उज्‍जैन पर रखा गया था । फाग उत्‍सव का यह दूसरा वर्ष था । भारतीय सस्‍क्रति में उत्‍सव, उल्‍लास और आनन्‍द के प्रतीक हैं । फाग उत्‍सव, मन के अन्‍दर पनपते राग व्‍देष, ईर्षा, आदि से मुक्ति पाने का अवसर प्रदान कर एक दूसरे के प्रति स्‍नेह और प्रेम के भाव के साथ मिलन और सेवा की चाह पैदा करता है, इसी द्रष्टिकोण को लेकर महिला संगठन उज्‍जैन व्‍दारा फाग उत्‍सव में बालक बालिकाओं को राधाक़ृष्ण के रूप में सजाकर लाने और अन्‍य मनोरंजक, सामाजिक, बौध्दिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया।
महिला संगठन व्‍दारा फाग की परम्‍परानुसार समाज की सभी महिलाओं से चूनरी पहन कर आने का विशेष आग्रह किया था। महिलाओं के इस‍का पालन किया तथा चुनरी परिधान ने सारे वातावरण को सौंदर्य से आप्‍लावित कर दिया। फाग उत्‍सव के प्रति समाज की महिलाओं में इतना अधिक आकर्षण और उत्‍साह था कि, आयोजन स्‍थल छोटा पडने लगा, किन्‍तु उन्‍होने असुविधा को भी सुविधा मानते हुए अपने उत्‍साह में कोई कमी महसूस नहीं होने दी। यह समाज के प्रति आस्‍था और विश्‍वास का प्रतीक था।
      फाग महोत्‍सव के मुख्‍य अतिथि थे श्री शिवनारायण जी जागीरदार, विधायक उज्‍जैन दक्षिण, विशेष अतिथि श्री एवं श्रीमती कोमल मोहनलाल जी जोशी, उधोगपति , समाज सेवी एवं अध्‍यक्ष् क्षीर सागर धर्मशाला उज्‍जैन, श्री प्रकाश जी दुबे, अध्‍यक्ष अ; भा; औदीच्‍य महासभा, म; प्र; ईकाई, श्री सुरेशचन्‍द जी उपाध्‍याय, कार्यवाहक अध्‍यक्ष सहस्‍त्र औदीच्‍य समाज वरिष्‍ठजन समिति उज्‍जैन, श्री एवं श्रीमती तारामणी सत्‍यनारायण जी त्रिवेदी, अध्‍यक्ष् अ; भा; औदीच्‍य महासभा उज्‍जैन ग्रामीण, श्री मधुसूदन जी जोशी, पूर्व अध्‍यक्ष क्षीर सागर धर्मशाला उज्‍जैन, डा; श्री मधुसूदन जी व्‍यास, उपाध्‍यक्ष अ; भा; औदीच्‍य महासभा म; प्र इकाई , श्रीमती उर्मिला शुक्‍ल पत्नि स्‍व; श्री मुरलीधर जी शुक्‍ल उज्‍जैन, श्रीमती ऋतुबाला व्‍यास पार्षद नगर निगम उज्‍जैन, विशेष आमंत्रित थे। 
      सर्वप्रथम अतिथियों व्‍दारा श्री गोविन्‍द माधव के चित्र का पूजन, माल्‍यार्पण कर दीप प्रज्‍वलित किया। समिति के सदस्‍यों व्‍दारा समस्‍त अति‍थियों को पुष्‍प माला पहना कर स्मृती चिन्‍ह अर्पित किये। कु; मानवी व्‍यास ने गणेश वन्‍दना पर सुन्‍दर नृत्‍य की प्रस्‍तुती देकर सभी का मन मोह लिया।
     अतिथि परिचय के बाद अतिथियों ने अपने उदबोधन में परिवार एवं समाज में महिलाओं की विशिष्‍ठ भूमिका की चर्चा करते हुवे कहा की, मातृशक्ति ही अच्‍छे संस्‍कारों की जन्‍म दाता है, और अपने बच्‍चों को संस्‍कारित करने में उनकी महती भूमिका रहती हैं। महिलायें ही समाज में व्‍याप्‍त अनावश्‍यक रूढियों को समाप्‍त कर सकती है।
       फाग उत्‍सव के इस पावन आयोजन की विशालता और महिलाओं की शानदार उपस्थित से द्रवीभूत होकर उदार ह्रदया, त्‍यागमयी श्रीमती उर्मिला शुक्‍ल उज्‍जैन व्‍दारा महिला संगठन को रू; 50,000/,(पचास हजार रु॰) 
 की नगद राशि भेंट की। महिला संगठन की अध्‍यक्षा श्रीमती सुषमा व्‍यास ने श्रीमती शुक्‍ल को इस सहयोग के लिये धन्‍यवाद ज्ञापित कर आश्‍वस्‍त किया कि इस राशि का उपयोग उनकी भावनाओं को ध्‍यान में रखते हुए ही किया जायेगा। श्रीमती शुक्‍ल ने इसके पूर्व भी सहस्‍त्र औदीच्‍य ब्राहमण समाज वरिष्‍ठजन समिति को रू; 1,50000/' एवं औदीच्‍य धर्मशाला भागसी पुरा और अब्‍दालपुरा के साथ कई संस्‍थाओं में आर्थिक सहयोग प्रदान किया है, जो सबके लिए अनुकरणीय है।
       समाज में उत्‍क़ृष्ट सेवा कार्य करने हेतु श्रीमती सुलोचना रावल का भी महिला संगठन व्‍दारा पुष्‍पहार पहना कर स्‍वागत किया।
       फाग उत्‍सव का विशेष आकर्षण था "अपने बच्‍चों को राधाक़ृष्‍ण का सुन्‍दर स्‍वरूप दें, और पुरस्‍कार जीतें। " इसमें समाज के लगभग 50 बालक बालिकाओं ने भाग लिया। उनके आकर्षक राधाक़ृष्‍ण के स्‍वरूप को देख कर सभी महिलायें भाव विभोर हो गई। राधाक़ृष्‍ण् के सुन्‍दर स्‍वरूपों में से श्रेष्‍ठ चयन करने में श्रीमती लता ठाकुर, श्रीमती प्रतिभा रावल, श्रीमती कनुप्रिया उपाध्‍याय को बडा बोध्दिक परिश्रम करना पडा और निर्णय के अनुसार राधा के रूप में साक्षी व्‍यास-प्रथम, रिध्‍दी व्‍यास- व्दितीय,रहीं।  क़ृष्‍ण में रूप में पीहू व्‍यास -प्रथम एवं गार्गी आचार्य -व्दितीय रही। अन्‍य सभी बालक बालिकाओं को प्रोत्‍साहन पुरस्‍कार प्रदान किये गये। 
       फिर आया फाग गीतों का सरस मौसम। श्री शैलेन्‍द्र भटट उज्‍जैन एवं उनकी संगीत मंडली ने लोकप्रिय एवं मधुर फाग गीतों के माध्‍यम से महिलाओं को भाव विभोर कर दिया। फाग उत्‍सव आयोजन संध्‍या 6 बजे तक चला, इसके बाद भोजन प्रसादी ग्रहण की गई। भोजन की सारी व्‍यवस्‍था श्री मोहनलाल जी जोशी,(नरवर) अध्‍यक्ष महामालव औदीच्‍य धर्मशाला उज्‍जैन के व्‍दारा की गई थी। समिति ने उनका धन्‍यवाद ज्ञापन किया। 
    आयोजन की गरिमामय सफलता के पीछे श्रीमती सुषमा व्‍यास, रमा पण्‍डया, डॉ॰ कल्‍पना व्‍यास, श्‍लेषा व्‍यास, साधना त्रिवेदी, मंजु मेहता, मंजु पण्‍डया, मंजुला जोशी, निशा रावल, शोभा पाठक, विष्‍णुकांता पण्‍डया, कल्‍पना व्‍यास, मृणालिनी उपाध्‍याय, पूर्णिमा दवे, शैलजा पण्‍डया, मधुलिका पण्‍डया, पूर्णिमा अवस्‍थी, प्रतिभा अवस्‍थी, सीमा व्‍यास, सुचित्रा मेहता, संध्‍या व्‍यास, मधुलिका व्‍यास, तृप्ति व्‍यास, रश्मि जोशी आदि की अथक मेहनत का परिणाम है । अध्‍यक्ष्  श्रीमती सुषमा व्‍यास ने सभी सहयोगीयों का आभार माना विशेष कर समाज की महिला सदस्‍यों का जिन्‍होने अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
    श्री सुभाष पण्‍डया, सोहन पण्‍डया, प्रेमशंकर पण्‍डया, महेश व्‍यास, निशिकान्‍त व्‍यास, भगवानसिंह शर्मा, शरद त्रिवेदी, सन्‍तोष व्‍यास, शरद रावल, नरेन्‍द्र पाठक, घनश्‍याम जोशी, सन्‍तोष, श्‍याम मेहता, विजय पण्‍डया , ईश्‍वर शर्मा आदि,ने अपने सहयोग ओर उपस्थित से आयोजन की गरिमा को बढाया । 
     कार्यक्रम का संचालन कु; रेणु पाण्‍डे ,नितिका ठक्‍कर, ने किया ।
 प्रेषक- उद्धव जोशी, एवं श्रीमती श्‍लेषा व्‍यास उज्‍जैन। 
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