मन में संजोए सपने, आए थे युवा सारे,
देकर नई दिशाएँ, उज्जयनी समाज ने संवारे।
औदीच्य ब्राहमण समाज उज्जैन, व्दारा परिचय की परम्परा को लगातार पिछले 14
वर्षो से जीवन्त बनाये रख कर, संख्याधिक
अभिभावकों के परिवारों में खुशी, बेटियों
के मांग में सिन्दूर तथा बेटों के सपनों को साकार किया है। सम्मेलन में आये
प्रत्याशियों का कहना है कि हमने अपने जीवन साथी चयन के लिए जो सपने संजोये थे, उन्हे परिचय के माध्यम से समाज ने साकार स्वरूप
दिया।
पूर्व परिचय सम्मेलन समिति द्वारा, इस बार युवा पीढी एवं महिला मण्डल की उर्जा का
सामयिक सदुपयोग करने हेतु, परिचय सम्मेलन
की बागडोर, उज्जैन नगर के
युवा एवं महिला संगठन को जिस विश्वास के साथ सौंपी गई थी जो सफल आयोजन से पूर्ण
हुई।
अ; भा; औदीच्य
महासभा की युवा ईकाई उज्जैन के अध्यक्ष श्री श्याम मेहता, एवं श्रीमती सुषमा व्यास, अध्यक्ष महिला संगठन के नेतृत्व में समाज के
अविवाहित युवक युवतियों का 15 वॉ परिचय सम्मेलन 15 दिसम्बर 2013 को प्रेमछाया परिसर उज्जैन में सम्पन्न हुआ।
सर्वप्रथम अतिथियों व्दारा इष्टदेव श्री
गोविन्द माधव एवं भगवान महाकालेश्वर के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित
किया गया। स्वस्ति वाचन श्री विनोद पण्डया, सुशील
मेहता, राजेश पण्डया ने
किया। इसके पश्चात श्री श्याम मेहता एवं श्रीमती सुषमा व्यास व्दारा पुष्पहार
पहना कर अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत भाषण श्री श्याम मेहता एवं
अतिथि परिचय श्रीमती श्लेषा व्यास ने
दिया।
परिचय पुस्तिका ''सम्बन्ध'' जिसमें प्रत्याशियों से संबंधित सम्पूर्ण
जानकारी का समायोजन एवं सम्पादन प्रधान संपादक श्री सोहन पण्डया एवं संपादक
श्री विष्णु ठक्कर, पीयूष पण्डया ,तथा अतुल पण्डित व्दारा किया गया का विमोचन
अतिथियों ने किया।
इसके पश्चात श्रीमती स्नेहलता उपाध्याय ने
अपने उदबोधन में युवा एवं युवतियों का उत्साह वर्धन करते हुवे कहा कि प्राचीन
परम्परा स्वयंबर का ही परिष्क्रत रूप परिचय सम्मेलन है। आप सबने इसमें
भागीदार बन कर समाज को तो गौरवान्वित किया ही है, साथ
माता पिता की चिन्ता को दूर कर अपने सपनों को भी साकार किया।
अध्यक्ष श्री रघुनन्दन जी शर्मा जी ने श्री
गोविन्द माधव के जयकारे के साथ परिचय सम्मेलन की सार्थकता को परिभाषित करते
हुवे, सभी अभिभावकों एवं प्रत्याशियों को शुभ कामना
एवं बधाई देकर महासभा के विकेन्द्रीकरण एवं संविधान के बारे में विस्त्रत
जानकारी दी।
इसके बाद प्रारम्भ हुई आपसी परिचय और जीवन
साथी चयन की श्रंखला में सभा का संचालन श्री रवि ठक्कर एवं श्री अंशुल व्दिवेदी
ने किया।
मंच पर प्रत्याशियों को बुलाने की जिम्मेदारी
का निर्वहन किया श्री रवि ठक्कर, श्रीमती
श्लेषा व्यास, अंशुल व्दिवेदी
एवं चन्द्रेश शर्मा ने।
उपस्थित युवक एवं युवतियों को एक एक करके मंच
पर बुलाया गया, जिन्होने सबसे
पहले भूतभावन महाकाल एवं श्री गोविन्द माधव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपने
लिए योग्य जीवन साथी हेतु प्रार्थना करने के पश्चात सभी प्रत्याशियों ने खुल
कर अपना परिचय देते हुवे विचार भी प्रस्तुत किए। युवा युवतियों को यह आयोजन
इतना अच्छा लगा कि उन्होने इसे वर्ष में दो बार आयोजित करने पर जोर दिया।
इस सम्मेलन की एक और उपलब्धि रही कि करनाल
हरियाणा से औदीच्य समाज के प्रतिनिधी सर्व श्री वासुदेव जी गौतम, वीरेन्द्र कुमार जी गौतम अपने अन्य साथी
सहित सम्मिलित हुए, जिनको मंच पर
पुष्पहार पहना कर अध्यक्ष अ; भा; औदीच्य महासभा ने सम्मानित करते हुए
शीघ्र ही हरियाणा में महासभा के विस्तार की बात कही।
आयोजन का प्रथम दौर निर्धारित समय दोपहर 2 बजे
समाप्त हुआ । भोजनोपरान्त दोपहर 3 बजे उभय पक्ष व्दारा आपस में चर्चा का दौर
प्रारम्भ हुआ। पत्रिका का मिलान पं; राघव
त्रिवेदी व्दारा किया गया।
किसी भी आयोजन की सफलता के पीछे संगठन के
कार्यकर्ताओं की मेहनत एवं लगन होती है। बाह्य एवं आन्तरिक व्यवस्था में श्री
सुरेशचन्द्र उपाध्याय एवं डॉ श्री मधुसूदन जी व्यास के दिशा निर्देशन में श्री
प्रेमशंकर जी पण्डया, सुभाष
पण्डया, जगदीश व्यास, प्रमोद जोशी, राजेन्द्र
शर्मा, योगेन्द्र पण्डया, सुभाष गौर, राधेश्याम
जोशी, रामेश्वर पण्डया, श्याम आचार्य, सन्तोष
व्यास, अक्षय आचार्य, पंकज जोशी, हेमन्त
उपाध्याय, गजेन्द्र रावल, अभिषेक पण्डया, नरेन्द्र
पण्डया, सुशील शर्मा, सुभाष
शर्मा, महेश व्यास, निशिकांत व्यास,मनीष
रावल, संदीप शर्मा, शिरीष
दुबे, आशीष त्रिवेदी, रवि
ठाकुर, मनोज त्रिवेदी, विशाल त्रिवेदी, ललित
शर्मा, संदीप शर्मा, आदित्य उपाध्याय, अविनाश वशिष्ठ, चेतन
मेहता, नितीन त्रिवेदी, अमित शर्मा, संजय
शुक्ला, पुनीत पण्डया, अर्पित पण्डया, अमन
व्यास, गौरव त्रिवेदी, ओम जोशी, नयन
भटट, शुभम त्रिवेदी, शेखर
जोशी, राघव त्रिवेदी, पुनीत
मेहता, ऋषिकेश पण्डया, आशीष पण्डया, अंकित
शर्मा, आदि ने समर्पित भाव से कार्य कर आयोजन
को सफलता के शिखर पर पहुंचाया। भोजन व्यवस्था की सम्पूर्ण जिम्मेदारी
श्री शरद त्रिवेदी (परंपरागत किचन किंग) ने संभालते हुए समाज जनों को स्वादिष्ट
भोजन कराया, जिसकी सभी ने प्रशंसा की।
महिला संगठन की सदस्या श्रीमती पुर्णिमा दवे, माया शर्मा, निशा
रावल, मृणालिनी उपाध्याय, मंजू पण्डया, सरोज
त्रिवेदी, सपना त्रिवेदी, शोभा
पाठक, साधना त्रिवेदी, विष्णुकान्ता
पण्डया, शैलजा पण्डया, सीमा व्यास, चित्रा
मेहता, मंजुला जोशी, मंजु मेहता, रेखा
आचार्य, नेहा पण्डया, कु; पल्लवी
उपाध्याय, कु, कृति पण्डया आदि का सहयोग उल्लेखनीय रहा।
बाहर से आये अतिथियों व्दारा व्यवस्था ओर आयोजन
की भूरि भूरि प्रशंसा करते हूए कहा कि उज्जैन में आयोजित होने वाले परिचय सम्मेलन
जैसी व्यवस्था अन्यत्र कहीं देखने को नहीं मिली। यही कारण है कि इस आयोजन में
अधिक से अधिक प्रविष्ठियां देने के लिए समाज जन उत्साहित रहते है।
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जय गोविन्द माधव
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डॉ मधुसूदन व्यास
एवं उद्धव जोशी उज्जैन
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