"श्रीस्थल प्रकाश" विमोचन -05/01/214 उज्जैन औदीच्य बंधु वेव समाचार ।

 05/01/214 उज्जैन औदीच्य बंधु वेव समाचार । 
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"श्रीस्थल प्रकाश" [का हिन्दी अनुवाद (भाषांतर)  औदीच्य ब्राह्मण के सिद्धपुर पहुचने की गाथा] के विमोचन के साथ ही दो ओर पत्रिकाओं की प्रस्तुति, ओर एक काव्य संग्रह "वचपन से पचपन " लेखक- श्री हीरा लाल त्रिवेदी (सेवा निव्रत्त आई ए एस अधिकार) का लोकार्पण भी सम्पन्न। 

इसमें बहु प्रतिक्षित सहस्र औदीच्य ब्राह्मण के सिद्धपुर से उदय होने की गाथा, जो की सदियों पूर्व संस्कृत लिखित ग्रंथ "श्रीस्थल प्रकाश" का हिन्दी अनुवाद (भाषांतर) है। सभी एक सहस्र सत्रह (ओर अधिक) उदीच्य ब्राह्मणो के गोत्र/प्रवर/कुलदेवी/आदि की जानकारी के साथ उनको मूलराज द्वारा प्रदत्त ग्राम भूमि आदि की जानकारी के साथ इसमें सम्मलित है, साथ ही वर्तमान तक की औदीच्य ब्राह्मण समाज के दुरस्थ स्थानो तक प्रवास/निवास की संक्षिप्त कहानी, हिन्दी में अनूदित होकर अखिल भारतीय औदीच्य महासभा की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष श्री प्रकाश दुबे के नेतृत्व में, डॉ मधु सूदन व्यास, श्री उद्धव जोशी, श्री सोहन पंडया, ओर अन्य कई सहयोगियों की परिश्रम परिणाम प्रस्तुति हिन्दी भाषी औदीच्य ब्राह्मणो के लिए समर्पित की गई। जो अब लागत मूल्य रु-150/-  सहयोग राशि में उपलब्ध है।  क्रमश: समाचार विस्तार --।   


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