समय पे जो मिल जाये भय्या, वह ही भाग बनाय|

समय पे जो मिल जाये भय्या, वह ही भाग बनाय|

वर्तमान में विवाह योग्य कन्याओं की कमी ने युवको के लिए युवतियों के विकल्प कम किये हें, फिर भी युवक [या लड़के वाले?] भाव खाते हें| -
कुछ लिखने का प्रयास है क्षमा सहित- डॉ मधु सूदन व्यास







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