Jitendra Trivediज्योतिषियों के अनुसार चैत्र नवरात्र का आरंभ देवी के वार यानी शुक्रवार से हो रहा है। ऐसे में ये देवी आराधना
करने वाले साधकों के लिए विशेष फलदायी रहेंगे। खरीदारी व नवीन कार्यो के
लिए भी ये नवरात्र श्रेयस्कर रहेंगे।पं.बंशीधर जयपुर पंचांग निर्माता पं. दामोदर तथा ज्योतिषी पं. पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार नवरात्र वृद्धि होना सुख-समृद्धि और प्रजा की संपन्नता का द्योतक है।नवरात्र के दौरान 29, 30 व 31 मार्च को छोड़कर हर दिन विशेष संयोग भी बन रहे हैं।क्यों बढ़ा एक दिन :-
27 मार्च को सूर्योदय पूर्व 5.29 से पंचमी तिथि शुरू होगी। यह अगले दिन 28 मार्च को सुबह 8.08 बजे तक रहेगी। इस कारण मंगलवार व बुधवार दोनों ही दिन सूर्योदय काल में पंचमी तिथि रहेगी। दोनों ही दिन पांचवीं देवी स्कंध माता की आराधना की जाएगी।ये रहेंगे श्रेष्ठ संयोग23 मार्च : सर्वार्थसिद्धि व अमृत सिद्धि योग24 मार्च : संपूर्ण दिन सर्वार्थसिद्धि योग25 मार्च : सर्वार्थसिद्धि व राजयोग, रवियोग का शुभारंभ26 मार्च : संपूर्ण दिन रवियोग27 व 28 मार्च : सर्वार्थसिद्धि योग1 अप्रैल : रविपुष्य योग, सर्वार्थसिद्धियोग व रवियोग****
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