स्वतंत्रता-दिवस समारोह आयोजन
औदीच्य समाज इंदौर [अ.भा.औदीच्य महासभा से संबद्ध] द्वारा पं. मुकुन्दराम त्रिवेदी छात्रावास परिसर में प्रात:११ बजे श्री रवि तिवारी,अध्यक्ष -औदीच्य समाज इंदौर
की अध्यक्षता में स्वतंत्रता-दिवस समारोह का आयोजन किया गया| मुख्य-अतिथि श्री मनमोहन ठाकर,प्रबंध संपादक औदीच्य-बंधु ,विशेष अतिथि श्री वासुदेव रावल,
डी.एस.पी.,सेवा निवृत,तथा श्री मोहनलाल जोशी, श्रीमती नूतन शर्मा, श्रीमती अनिता जोशी, ने ध्वजोत्तोलन किया| राष्ट्रगान के पश्चात श्री निखिलेश जोशी ने सभी
उपस्थित बंधुओं को ध्वज प्रतिज्ञा की शपथ दिलाई| श्री प्रकाश जोशी,श्री अरुण उपाध्याय,श्री राजेन्द्र शर्मा, श्री मोहन रावल, श्री दीपक शर्मा, आयुष रावल ने अतिथियों
का पुष्पहारों से स्वागत किया| श्री मनमोहन ठाकर, श्री वासुदेव रावल, मेघचंद्र शर्मा, श्री केदार पंड्या तथा श्रीमती यामिनी उपाध्याय ने प्रेरक उद्बोधन में स्वतन्त्रता
तथा राष्ट्र के महत्त्व पर प्रकाश डाला| साथ ही इंदौर के कुछ औदीच्य बंधुओं द्वारा इंदौर के समाज के नाम पर नई संस्थाओं के बनाने से समाज में जो भ्रम की स्थिति
बन गई है, उसे मिटाकर औदीच्य समाज की एकता का आह्वान किया गया| कार्यक्रम का संचालन मोहन रावल ने किया|
औदीच्य समाज इंदौर [अ.भा.औदीच्य महासभा से संबद्ध] द्वारा पं. मुकुन्दराम त्रिवेदी छात्रावास परिसर में प्रात:११ बजे श्री रवि तिवारी,अध्यक्ष -औदीच्य समाज इंदौर
की अध्यक्षता में स्वतंत्रता-दिवस समारोह का आयोजन किया गया| मुख्य-अतिथि श्री मनमोहन ठाकर,प्रबंध संपादक औदीच्य-बंधु ,विशेष अतिथि श्री वासुदेव रावल,
डी.एस.पी.,सेवा निवृत,तथा श्री मोहनलाल जोशी, श्रीमती नूतन शर्मा, श्रीमती अनिता जोशी, ने ध्वजोत्तोलन किया| राष्ट्रगान के पश्चात श्री निखिलेश जोशी ने सभी
उपस्थित बंधुओं को ध्वज प्रतिज्ञा की शपथ दिलाई| श्री प्रकाश जोशी,श्री अरुण उपाध्याय,श्री राजेन्द्र शर्मा, श्री मोहन रावल, श्री दीपक शर्मा, आयुष रावल ने अतिथियों
का पुष्पहारों से स्वागत किया| श्री मनमोहन ठाकर, श्री वासुदेव रावल, मेघचंद्र शर्मा, श्री केदार पंड्या तथा श्रीमती यामिनी उपाध्याय ने प्रेरक उद्बोधन में स्वतन्त्रता
तथा राष्ट्र के महत्त्व पर प्रकाश डाला| साथ ही इंदौर के कुछ औदीच्य बंधुओं द्वारा इंदौर के समाज के नाम पर नई संस्थाओं के बनाने से समाज में जो भ्रम की स्थिति
बन गई है, उसे मिटाकर औदीच्य समाज की एकता का आह्वान किया गया| कार्यक्रम का संचालन मोहन रावल ने किया|
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