दूध सम्पूर्ण आहार ही नहीं -एक सोंदर्य वर्धक भी है।.. यदि सारे जीवन दूध की उपलब्धता रहे तो यह अकेला ही सम्पूर्ण रूप से पूर्ण आहार होगा। ----------------------------
आदिकाल से ही मनुष्यों के लिए माँ के बाद गाय, भेंस, बकरी, भेड, को ही क्रम से प्राथमिकता दी गई थी। इन सभी प्रकार की प्राथमिकताओं को निश्चित करने हेतु प्राचीन भारत के चरक, सुश्रुत, वाग्भट्ट, आदि प्राणाचार्यों ने इनके अतिरिक्त गधी, घोडा, ऊंट, आदि से लेकर हाथी शेर, आदि के दूध को भी परीक्षण में लेकर उसका विस्तार से वर्णन भी किया--------------------------------------------------------------------------
देखें केसे प्रयोग करें सोंदर्य के लिए दूध दूध से बने खूबसूरत।: केवल पीने या खाने