वर्तमान आपाधापी के इस युग में आजीविका उपार्जन प्रमुख आवश्यकता बन गया है। मध्यम आय वर्ग और अभिजात्य वर्ग के व्यक्तियों का आवागमन के साधनो ने, सामान्य पैदल चलना, साइकलिंग, जैसा शारीरिक परिश्रम भी समयाभाव, और दूरस्त स्थान के चलते बंद तो हुआ ही, पर साथ ही व्यायाम, प्रात: या सायं भ्रमण भी बंद कर दिया है। परिणाम स्वरूप रोग प्रतिकार शक्ति (इम्युनिटी पावर) भी समाप्त होती रही हे। वर्तमान दवाओं ने भी नए नए काम्प्लिकेशन पैदा कर दिए हैं। एक रोग मिटता है, दूसरा दस्तक देता है । वर्तमान जीवन चर्या भी जिसमें न तो समय है और न ही धैर्य है, सभी प्राकतिक आचरण नियम पर न चलकर, सब कुछ लाभ तत्काल चाहते हें| मानव जीवन में एसे चमत्कार पूर्ण व्यवस्था आयुर्वेद की इस विधा "पञ्च कर्म चिकित्सा" में है|
आयुर्वेद में कई कठिनता से ठीक होने वाले रोग जिनका कोई अन्य पेथी के पास इलाज नहीं है, के उपचार के लिए परीक्षित और प्रभावी ओषधि और व्यवस्थाओं का समृद्ध भंडार है। इसमें रोग निवारण के साथ महत्वपूर्ण बात यह भी है, की इससे शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के साथ ही सकारात्मक स्वास्थ्य और, रोगों की रोकथाम करके लाभ लिया जा सकता है|
भारत और विदेश में वैज्ञानिकों और चिकित्सकों आयुर्वेदिक उपचार के इस शास्त्रीय रूप में गहरी रूचि लेकर परख रहे हें उन्हें लगता है जैसे यह कोई चमत्कार है|
आयुर्वेद के इस चमत्कारिक पद्धत्ति पर चलकर देश विदेश में, होटलों में अनेकों "स्पा" केंद्र जैसे खुल गए हैं। हमारे देश के रेलवे विभाग द्वारा चलती ट्रेनों में भी यह सुविधा देने का निर्णय अभी अभी लिया है, यह आयुर्वेद के लिए ही नहीं मानव जाती के लिए भी सुखद बात है।
क्या है यह चमत्कार कर रही पंचकर्म चिकित्सा?
पूर्ण जानकारी पड़ें --- लिंक-
HEALTH FOR ALL dr.vyas: What is wondrous Ayurvedic Panchakarma therapy? क्...: क्या है चमत्कारिक आयुर्वेदिक पंचकर्म चिकित्सा ? डॉ मधु सूदन व्यास कायाकल्प, या REJUVENATION कर सकने वाली आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धत्ति...समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें|आपको कोई जानकारी पसंद आती है, ऑर आप उसे अपने मित्रो को शेयर करना/ बताना चाहते है, तो आप फेस-बुक/ ट्विटर/ई मेल/ जिनके आइकान नीचे बने हें को क्लिक कर शेयर कर दें। इसका प्रकाशन जन हित में किया जा रहा है।