आओ होली मनाये-नारायणी माया


आओ होली मनाये

आई है होली रंग भरी, इस पर्व को मनाये,

नाता है एक दूजे से, इसे न भूल जाये|

बहुत बड़ी हे दुनिया, इसमे न खो जाये,

रंग और उमंग में बसी, प्रीत को जान जाये|


कितने भी दूर हो, लेकिन मेरी ऊँची हे सदाए,

होली के रंग खेले संग, कभी न भूल पाए|

प्रीत के इस पर्व पर, तुम हमे और हम तुम्हे बुलाये,

माना दुनिया का सफर कठिन हे, आती आंधी और हवाए|

पर जरुरी नही की हम, दुनिया में इसी रूप में दोबारा आये,


प्रेम का  लेन देन न कर सके, जीवन में यह सोच कर न पछताए|

सुनहरी किरणे आतुर खड़ी स्वागत में, दूर कर दे काली घटाए,

हम तो है उन्ही के वो भी है हमारे, सोच कर मुस्कुराये|

छोटी सी है यह जिन्दगी, यु ही न चली जाये,


आज मिलकर करे एक वादा, दे सभी को दुआए|

पगडंडी लम्बी है पर इतनी संकरी नही की, उसमे दो नही समाये,

प्रेम स्नेह की बरसात हो, सभी के जीवन में खुशिया छाए|

आओ होली मनाये ,आओ होली मनाये||
नारायणी माया 
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