आई है होली रंग भरी, इस पर्व को मनाये,
नाता है एक दूजे से, इसे न भूल जाये|
बहुत बड़ी हे दुनिया, इसमे न खो जाये,
रंग और उमंग में बसी, प्रीत को जान जाये|
कितने भी दूर हो, लेकिन मेरी ऊँची हे सदाए,
होली के रंग खेले संग, कभी न भूल पाए|
प्रीत के इस पर्व पर, तुम हमे और हम तुम्हे बुलाये,
माना दुनिया का सफर कठिन हे, आती आंधी और हवाए|
पर जरुरी नही की हम, दुनिया में इसी रूप में दोबारा आये,
प्रेम का लेन देन न कर सके, जीवन में यह सोच कर न पछताए|
सुनहरी किरणे आतुर खड़ी स्वागत में, दूर कर दे काली घटाए,
हम तो है उन्ही के वो भी है हमारे, सोच कर मुस्कुराये|
छोटी सी है यह जिन्दगी, यु ही न चली जाये,
आज मिलकर करे एक वादा, दे सभी को दुआए|
पगडंडी लम्बी है पर इतनी संकरी नही की, उसमे दो नही समाये,
प्रेम स्नेह की बरसात हो, सभी के जीवन में खुशिया छाए|
आओ होली मनाये ,आओ होली मनाये||
नारायणी माया
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