आओ बेन आपण राखी मनावा
नाना के देवा ने मोटा
से आशीष पावा
दुःख सुख में आड़े
आने को वचन निभावा
दो दन की जिन्दगी दो
पल साथ बीतावा
आओ बेन आपण राखी मनावा
भावज सारू चुडिलो ने
लुगड़ो मगावा
नाना भतीजा सारू
झागल्यो झूल सिवावा
भाई होण सारू चम्
चमाता जाकेट मंगावा
आओ बेन आपण राखी मनावा
बणावा दाल बाटी ने , लड्डू बाजार से मंगावा
चटनी धणा मिर्ची की
ने खातो कचूमर बणावा
रांदा सब्जी आलू की
ने चरखी दाल बणावा
आओ बेन आपण राखी मनावा
लम्बी ऊमर सारू देवी
देवता के मनावा
भाई होण की आरती करी
के मिठाई खिलवा
आओ बेन आपण राखी मनावा
=======================================================================इस साईट पर उपलब्ध लेखों में विचार के लिए लेखक/प्रस्तुतकर्ता स्वयं जिम्मेदार हे| इसका कोई भी प्रकाशन समाज हित में किया जा रहा हे|सभी समाज जनों से सुझाव/सहायता की अपेक्षा हे|