शरीर का कायाकल्प---चन्द्रायण व्रत
भारतीय संस्कृति में ब्रत उपवास आदि को बहुत ही महत्व दिया है| परम्परागत हिन्दू परिवार की महिलाओं के ब्रत उपवासों की संख्या पुरुषो की तुलना में बहुत अधिक होती है| इसके पीछे कारण हे की अधिकांश महिलाये घर गृहस्थी के देनिक कार्यक्रमों में अपना सारा जीवन बिता देती हें| एक छोटी सी चार दीवारी के बीच व्यतीत होती जिंदगी में यह सब शारीरिक फिटनेस को बनाये रखने का एक अच्छा उपाय हे, पर यदि सामान्य देनिक भोजन में असंतुलन हो तो इससे हानि भी हो जाती हे| पर व्रत उपवास केवल उन्हें ही करना चाहिए यह विचार गलत है| पुरुषो में भी मोटापन/ नई डाईविटीज आदि अनेक रोग को इन व्रतों के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता हे |
इस प्रकार के ब्रतो में एक चन्द्रायण व्रत भी हे|
उस व्यक्ति को जिसे अपना स्वास्थ्य ठीक करना हो, ठीक रखना हो उस व्यक्ति को यह व्रतअवश्य करना चाहिये| इससे शरीर की शुद्धि होती है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, रोग निवारक शक्ति बढ़ती है।आहार विहार शुद्ध होने से मन स्वच्छ बनता है।
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HEALTH FOR ALL dr.vyas: उपवास एवं व्रतों से शरीर का कायाकल्प-चन्द्रायण व्र...: उपवास एवं व्रतों से