कार्तिक पुर्णिमा को सहस्त्र औदीच्य समाज के इष्टदेव श्री गोविन्द माधव का पूजन अर्चन के बाद चल समारोह उज्जैन शहर में निकाला जाता है । इस वर्ष दिनांक 28 नवम्बर 2012 बुधवार को कार्तिक पुर्णिमा है । कार्तिक पूर्णिमा के दिन उज्जैन शहर में श्रध्दालुओं की अपार भीड होती है जो शिप्रा स्नान के साथ देव मन्दिरों के दर्शन लाभ लेते है । इसी दिन महामालव औदीच्य धर्मशाला में समाज की साधारण सभा होकर समाज हित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये जाते है जो गत कई वर्षो की परम्परा है । सामयिक परिस्थितियो, शान्ति सुरक्षा व्यवस्था और चल समारोह की गरिमा , उसके विशाल स्वरूप को देखते हुए श्री गुरूप्रसाद जी जोशी के मुख्य आतिथ्य में दिनांक 28 अक्टूम्बर 2012 को सम्पन्न हुई बैठक जिसमें जिले के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे, में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की इस वर्ष चल समारोह कार्तिक पूर्णिमा दिनांक 01 दिसम्बर 2012 शनिवार को निकाला जावे ।
इष्टदेव श्री गोविन्द माधव का भव्य मन्दिर कार्तिक चौक उज्जैन में स्थित है । जहां से दिनांक 1 दिसम्बर 2012 को मध्यान्ह 12 बजे पूजन अर्चन एवं आरती के पश्चात एक विशाल चल समारोह निकाला जावेगा जो मोढ की धर्मशाला से होता हुआ ढाबा रोड, गोपाल मन्दिर,कंठाल,बुधवारिया,अब्दालपुरा होता हुआ अब्दालपुरा में स्थित श्री सहस्त्र औदीच्य कोटिलिंगेश्वर महादेव धर्मशाला में पहुंचेगा जहां आरती पूजन एवं मुख्य अतिथियों के उदबोधन के पश्चात सामाजिक भोज के साथ आयोजन समाप्त होगा ।
इस वर्ष का चल समारोह कई मायनों में अदभूत और अविस्मरणीय होगा । चल समारोह में पूरे उज्जैन जिले से समाज के सभी परिवारों की महिला एवं पुरूष उपस्थित रहेगें । जिले की प्रत्येक तहसील , उज्जैन शहर तथा महिला एवं युवा ईकाई के व्दारा निर्मित10.12 आकर्षक झाकियां इस समारोह का विशेष आकर्षण होगी । चल समारोह में ध्वज के साथ सभी पुरूष सफेद और महिलाऐं पीले परिधान में रहेंगी । बैण्ड बाजों के साथ बग्गियों में समाज के संतो,ऋषियों एवं महान विभूतियों के चित्र भी रहेगें।
श्री प्रकाश जी दुबे,अध्यक्ष म;प्र इकाई,श्री सत्यनारायण जी त्रिवेदी अध्यक्ष ,उज्जैन जिला ग्रामीण इकाई ,श्री सोहन भटट,अध्यक्ष उज्जैन शहर, अपने सहयोगियों के साथ इस आयोजन की अनुशासिज व्यवस्था में जुटे हुए हैं। इस समारोह में शंकराचार्य श्री दिव्यानन्द जी तीर्थ,भानपुरा पीठ ,श्री रघुनन्दन जी शर्मा अध्यक्ष अ;भा;औदीच्य महासभा, श्रीमती गिरजा व्यास,अध्यक्ष राष्टीय महिला आयोग आदि अन्य वरिष्ठजनों की इस समारोह में गरिमामय उपस्थिति के लिये सम्पर्क किया जा रहा है।
निवेदन हे की चल समारोह 01 दिसम्बर को निकालने के निर्णय को श्री श्री जगद्गुरू शंकरचार्य जी के आशीर्वाद उपस्थिती दिनांक 01 दिसम्बर 2012 को मिलने के संदर्भ मे [2 दिसम्बर के स्थान पर] परिवर्तित किया गया हे।
निवेदन हे की चल समारोह 01 दिसम्बर को निकालने के निर्णय को श्री श्री जगद्गुरू शंकरचार्य जी के आशीर्वाद उपस्थिती दिनांक 01 दिसम्बर 2012 को मिलने के संदर्भ मे [2 दिसम्बर के स्थान पर] परिवर्तित किया गया हे।
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