ધર્મ

"ધર્મ"
એ અતિ આવશ્યક છે કે આપણે અન્ય ને મદદરૂપ થઈએ, તેમજ તે આપણી પ્રાર્થના નો ભાગ નહિ પણ આપણી દૈનિક ક્રિયા નો ભાગ હોવું જોઈએ, જો આપણે અન્ય ને મદદરૂપ ન થઇ શકીએ, પણ ઓછા માં ઓછા આપણે તેમને ઇજા ન પહુંચાડીયે.

ये बहुत जरुरी हें की हम दूसरों को मदद करें, यह केवल न हमारी प्रार्थना भाग बने किन्तु वह  हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा भी बनना चाहियें. यदि हमें लगता हें की हम दूसरों की मदद नहीं कर सकतें तो, कम से कम हम उन्हें चोट से तो बचा ही सकतें है.

It is necessary to help others, not only in our prayers but in our daily lives. If we find we cannot help others the least we can do is to desist from harming them.

___શ્રી દલાઈ લામા ૧૪માં બૌદ્ધ ધર્મગુરુ
                                                                                        प्रस्तुतकर्ता रवि ठाकर
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कभी कभी विपरीत स्थिति में भी मुस्कराने का प्रयास करो, यह सोचो कि उसमें भी कुछ भला ही होगा। 
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किसी को मरना सरल है ,जिलाना कठिन है !
किसी मिटाना सरल है ,उबारना कठिन है !
दुसरो को अपना दुःख सुनाना सरल है ,उसका बंटाना छिपना कठिन है ! 
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खुश नसीब वो नहीं जिसका नसीब अच्छा है 
बल्कि खुश नसीब वो है जो अपने नसीब से खुश है 
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दूसरो को उपदेश देना सरल है ,खुद मानना कठिन है !
दुसरो के दोष देखना सरल है ,खुद के दोष जानना कठिन है ! 


इससे बड़ी दुःख की बात ये है की इतना ज्ञान होते हुवे भी हम वही करते है जो हम जानते है की नहीं करना चाहिए. अहंकार मनुष्य को कभी भी अपने दोष नहीं जानने देता और दूसरो की अच्छाई में दोष देखने को प्रेरित करता है .. इसका एकमात्र इलाज है मै भाव को खत्म करके यह मानना होगा की मै तो अनन्त हूँ , न कभी जनम लेता हूँ और न का कभी मरता हूँ , मै सदा से हूँ और सदा रहूँगा क्योकि मै शारीर नहीं आत्मा हूँ जो परमात्मा का अंश है . निः स्वार्थ प्रेम करना मेरा मूल स्वभाव है! 
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व्यक्ति अगर अपने अन्दर संकल्प जगाए तो अपनी हर कमजोरी को जीत सकता है। 

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“जब कभी आप किसी के साथ अपना धैर्य खोने लगें, तो सोचिए कि ईश्वर ने आज तक आपके साथ कितना धैर्य रखा है।” 

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कर्म सरल है ,विचार करना कठिन है !
धर्म सरल है ,सैट धर्म करना कठिन है !
दान करना सरल है ,गुप्त रखना कठिन है !
जग की असलियत जानना सरल है ,इस पर अमल करना कठिन है ! 

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ईश्वर चित्र में नहीं - चरित्र में बसता है
अपनी आत्मा को मंदिर बनाये ! 

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अंधेरा कितना अधिक है इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता ! बस आवश्यकता है तो एक दीप जलाने

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